बिहार के वैशाली जिले के हाजीपुर गांव में रविवार रात 11:40 पर हाई वोल्टेज तार की चपेट में आने से 9 कांवरियों की जुलूस कर मौत हो गई है। जबकि 5 गंभीर रूप से घायल हो गए, उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कांवरियों का जुलूस पहले जा घाट से गंगाजल भरकर हरिहरनाथ का जलाभिषेक करने के लिए निकला था। एक ट्रैक्टर ट्रॉली पर डीजे और माइक सिस्टम सेट किया गया था और वह करीब गांव से 500 मीटर ही दूर बड़ा होगा की इतने में ही ट्रॉली पर लगा डीजे सिस्टम 11 हजार वोल्ट के तार से लग गया और पूरे ट्रैक्टर ट्राली में करंट फैल गया। करंट की चपेट में आने की वजह से 8 कांवरियों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि 6 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान ही एक और कांवरिया की मौत हो गई। यह हादसा औद्योगिक थाना क्षेत्र के सुल्तानपुर गांव में (नाइपर के सामने) हुआ। बताया जा रहा है की मरने वाले सभी कांवड़िए जेठुई गांव के रहने वाले हैं। पूरे गांव में मातम छाया हुआ है
घटना के बाद लोगों का आरोप
आक्रोशित गांव वालों ने आरोप लगाया है कि जैसे ही कांवरियों को करंट लगा उन्होंने बिजली विभाग को फोन किया लेकिन बिजली विभाग वालों ने उनका फोन नहीं उठाया, यदि वह समय पर फोन उठा लेते तो यह हादसा इतना भीषण नहीं होता। हादसे के बाद गांव वालों ने जमकर हंगामा किया और मांग की कि वह बिजली विभाग के अफसरों और कर्मियों को बुलाना चाहते हैं। मौके पर पांच थानों की पुलिस वहां मौजूद थी। उन्होंने गांव वालों को समझा-बूझाकर वापस भेज दिया है। जेठुई गांव के मरने वालों में रवि कुमार (पिता धर्मेंद्र पासवान), नवीन कुमार (पिता फुदेना पासवान), राजा कुमार (पिता स्व. लाला दास), अरमेश कुमार (पिता सनोज भगत), अशोक कुमार (पिता मंटू पासवान), चंदन कुमार पिता (चंदेश्वर पासवान), कालू कुमार (पिता परमेश्वर पासवान), आशीष कुमार (पिता मिंटू पासवान) है। आक्रोशित गांव वालों ने एनएच-322 हाजीपुर-जंदाह को मार्ग को जाम कर दिया था। आक्रोशित लोग बिजली विभाग के अफसरों पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे। फिलहाल उन्हें समझा-बुझाकर मामला शांत कर दिया गया है।